पिनाक धनुष – भगवान शिव का धनुष | Pinak Dhanush

दोस्तों क्या आप पिनाक धनुष के बारेमे जानना चाहते हे ? तो आप सही आर्टिकल पढ़ रहे हो । आपसे अनुरोध है की कुछ समय दे कर पुरे लेख को अच्छी तरह से पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके।

Pinak Dhanush – Lord Shiva | पिनाक धनुष – भगवान शिव का धनुष

पिनाक धनुष सबसे शक्तिशाली धनुष था | भगवान शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार मात्र से ही बादल फट जाते थे पर्वत हिलने लगते थे। ऐसा लगता था, मानो भूकंप आ गया हो। यह धनुष बहुत ही शक्तिशाली था। इसी धनुष के एक तीर से भगवान शिव ने त्रिपुरासुर की तीनों नगरियों को ध्वस्त कर दिया गया था। इस धनुष का नाम पिनाक था।

भगवान श्री राम ने सीता स्वयंवर में, गुरु विश्वामित्र जी की आज्ञा से, शिवजी का धनुष तोड़ कर सीता जी से विवाह किया था। लेकिन भगवान् शिव का यह धनुष किसने बनाया था, यह शिव धनुष महाराज जनक के पास कैसे पहुंचा, इस रहस्य को बहुत कम लोग जानते हैं। दोस्तों आइये जानते हे भगवान शिव के उस दिव्य धनुष की कथा के बारेमे

दोस्तों तारकासुर पुत्र तारकाक्ष विद्युतमाली और कमलाक्ष ने कठोर तपस्या कर भगवान् शिव को प्रसन्न किया था फिर भगवान् शिव से त्रिपुर मांग लिया | भगवान शिव ने उन्हें यह वरदान, दे दिया | त्रिपुर एक ऐसा लोक था जहां उन तीनो कोई नहीं मार सकता था

न मनुष्य न देवता न कोई किन्नर उन्हें परास्त कर सकता था | वह तीनो अपराजित हो गये थे उन्हें मारना असंभव हो गया था, इसी कारण तारकाक्ष विद्युतमाली और कमलाक्ष ने तीनो लोको पर अत्याचार करना आरम्भ किया 

उनके इस अत्याचार को समाप्त करने हेतु, महादेव भगवान् शिव शंकर ने अपने तिनेत्रो से पिनाक धनुष का  निर्माण किया|  फिर उस धनुष से सबसे पहले त्रिपुर को ध्वस्त कर, भगवान शिव ने  तारकाक्ष विद्युतमाली और कमलाक्ष का वध किया

फिर उस धनुष को परशुराम को दिया था 

जब सहस्त्र अर्जुन ने ऋषि परसुराम के पिता महर्षि जमदग्नि की हत्या कर दी जिससे क्रोधित होकर परशुराम ने समस्त पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन कर देने की प्रतिज्ञा की, और इसी प्रतिशोध की अग्नि में जलकर परशुराम ने भगवान् शिव की कठोर तपस्या की | भगवान् शिव ने परशुराम की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें दर्शन दिए

परशुराम को वरदान

परशुराम को वरदान मांगने के लिए कहा भगवान् परशुराम धर्म की रक्षा के लिए अहंकारी राजाओ का विनास करना चाहते थे इसीलिए ऐसा हथियार माँगा जिससे समस्त अधर्मी असुरो का विनाश कर सके

भगवान शिव ने परशुराम को धर्म की रक्षा हेतु सबसे भारी पिनाक धनुष दिया और उसे उठाने की शक्ति भी प्रदान की| तबसे पिनाक धनुष भगवान् परशुराम के पास था | परशुराम उस धनुष की नित्य पूजा अर्चना करते थे 

एक बार माता सीता सहित राजा जनक परशुराम के आश्रम में शिवरात्रि की पूजा हेतु आये हुए थे वहां पर अकस्मात ही माता सीता ने पिनाक धनुष को छुआ फिर उसे क्षण भर में ही उठा लिया|  जिस धनुष को उठाने के लिए हजरो की संख्या में सैनिक चाहिए थे

माता सीता ने उठाया पिनाक धनुष

माता सीता द्वारा पिनाक धनुष को उठाते ही सृष्टि में हाहाकार मच गया, सारा ब्रह्माण्ड मानो हिलने लगा जिससे भगवान् परशुराम की तपस्या भी भंग हो गयी और वे तुरंत पिनाक धनुष के पास पोहचे | 

भगवान् परशुराम भी धनुष को मात सीता द्वारा उठाते देख आस्चर्यचकित रह गए

परशुराम के वहां आ जाने से माता सीता क्षमा मांगती हे और धनुष को रख देती हे  बिना अनुमति के उठाने पर राजा जनक भी सीता की और से परशुराम से क्षमा मांगते हे | तभी परशुराम कहते  हे की, जिस कार्य के लिए यह धनुष मेने भगवान शिव से माँगा था वह कार्य पूर्ण हो चूका हे 

इस धनुष को केवल में ही धारण कर सकता था अन्य कोई नहीं अब सीता द्वारा इस धनुष को उठाने पर इसकी उपयोगिता के संकेत हमे स्पष्ट दिखाई पड़ते हे ये निश्चित  रूप से अकस्मात नहीं  हे इसके पीछे  भी भगवान शिव  की  ही  इच्छा  हे  

सीता का भाग्य

इस धनुष से ही जुड़ा हे, इसीलिए इस धनुष को में पुत्री सीता को सोपता हु |आगे परशुराम राजा जनक से कहते हे जो भी इस धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा वही आपकी पुत्री का योग्य वर होगा ऐसा कहकर परशुराम पिनाक धनुष को माता को सौप देते हे |फिर राजा जनक पिनाक धनुष लिए अपने राज्य की और चल पड़े 

भगवान श्री राम ने सीता जी के स्वयंवर में गुरु विश्वामित्र जी की आज्ञा से शिवजी का यह धनुष तोड़ कर सीता जी से विवाह किया था।

निष्कर्ष
दोस्तों कमेंट के माध्यम से यह बताएं कि “पिनाक धनुष” का यह आर्टिकल आपको कैसा लगा | आप सभी से निवेदन हे की अगर आपको हमारी पोस्ट के माध्यम से सही जानकारी मिले तो अपने जीवन में आवशयक बदलाव जरूर करे फिर भी अगर कुछ क्षति दिखे तो हमारे लिए छोड़ दे और हमे कमेंट करके जरूर बताइए ताकि हम आवश्यक बदलाव कर सके | आपका एक शेयर हमें आपके लिए नए आर्टिकल लाने के लिए प्रेरित करता है |

Related Articles

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles