Shiva Bilvashtakam was composed by Jagad Guru Sri Adi Shankaracharya. The famous Bilvashtakam extols the virtues of the vilva leaf and Shiva’s love for it. In this article you will read Shiva Bilvashtakam shloka’s meaning in Hindi and English
शिव बिल्वाष्टकम, जिसे बिल्वाष्टकम के नाम से भी जाना जाता है, भगवान शिव की स्तुति में रचा गया एक श्रद्धेय स्तोत्र है। इसमें आठ छंद (अष्टकम) शामिल हैं और पारंपरिक रूप से भक्तों द्वारा भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाते समय इसका पाठ या जप किया जाता है। बिल्वाष्टकम के प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाने के महत्व वर्णन किया गया है।
बिल्वपत्रं शिवार्पणम् का अर्थ होगा यह बिल्वपत्र मैं शिवजी को समर्पित करता हूँ। भक्तिभाव से शिव बिल्वाष्टकम का पाठ या जप करके और भगवान शिव को बिल्व पत्र चढ़ाकर, भक्त उनका आशीर्वाद और कृपा चाहते हैं।
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शिव बिल्वाष्टक लिरिक्स – Shiva Bilvashtakam Lyrics Sanskrit
त्रिदलं त्रिगुणा-कारं त्रिनेत्रं च त्रयायुधम्।
त्रिजन्म-पाप-संहारं बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।१।।
त्रिशाखैर्-बिल्व-पत्रैश्च ह्यच्छिद्रैः कोमलैः शुभैः।
शिव-पूजां करिष्यामि बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।२।।
अखण्ड-बिल्व-पत्रेण पूजिते नन्दिकेश्वरे।
शुद्ध्यन्ति सर्व-पापेभ्यो बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।३।।
शालग्राम-शिलामेकां विप्राणां जातु अर्पयेत्।
सोम-यज्ञ-महापुण्यं बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।४।।
दन्ति-कोटि-सहस्राणि वाजपेय-शतानि च।
कोटि-कन्या-महादानं बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।५।।
लक्ष्म्याः स्तनत उत्पन्नं महादेवस्य च प्रियम्।
बिल्व-वृक्षं प्रयच्छामि बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।६।।
दर्शनं बिल्व-वृक्षस्य स्पर्शनं पाप-नाशनम्।
अघोर-पाप-संहारं बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।७।।
मूलतोः ब्रह्म-रूपाय मध्यतो विष्णु-रूपिणे।
अग्रतः शिव-रूपाय बिल्व-पत्रं शिवार्पणम्।।८।।
बिल्वाष्टक-मिदं पुण्यं यः पठेच्छिव-सन्निधौ।
सर्व-पाप-विनिर्मुक्तः शिव-लोकम-वाप्नुयात्।।९।।
शिव बिल्वाष्टकम हिंदी अर्थ सहित – Shiva Bilvashtakam with Hindi Meaning
- मैं भगवान शिव को एक बिल्व पत्र अर्पित करता हूं, जिसमें तीन पत्तियां तीन गुणों (सत्त्व, रज एवं तम: स्वरूप), तीन आंखों का प्रतीक हैं, और तीन गुना जीवन काल का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह तीन जन्मों से संचित पापों को नष्ट कर देता है। ॥१॥
- छिद्ररहित, सुकोमल, तीनपत्तेवाले, मंगल प्रदान करनेवाले बिल्वपत्रसे मैं भगवान् शिवकी पूजा करूँगा। यह बिल्वपत्र शिवको समर्पित करता हूँ॥२॥
- अखण्ड बिल्वपत्रसे नन्दिकेश्वर भगवान्की पूजा करनेपर मनुष्य सभी पापोंसे मुक्त होकर शुद्ध हो जाते हैं। मैं बिल्वपत्र शिवको समर्पित करता हूँ॥३॥
- मेरे द्वारा किया गया भगवान्शिवको यह बिल्वपत्रका समर्पण, कदाचित् ब्राह्मणोंको शालग्रामकी शिलाके समान तथा सोमयज्ञके अनुष्ठानके समान महान्पुण्यशाली हो।
(अत:मैं बिल्वपत्र भगवान्शिवको समर्पित करता हूँ)॥४॥ - मेरे द्वारा किया गया भगवान्शिवको यह बिल्वपत्रका समर्पण हजारों करोड़ गजदान,
सैकड़ों वाजपेय- यज्ञके अनुष्ठान तथा करोड़ों कन्याओंके महादानके समान हो। (अत: मैं बिल्वपत्र भगवान्शिवको समर्पित करता हूँ)॥५॥ - विष्णु- प्रिया भगवती लक्ष्मीके वक्ष:स्थलसे प्रादुर्भूत तथा महादेवजीके अत्यन्त प्रिय बिल्ववृक्षको मैं समर्पित करता हूँ। यह बिल्वपत्र भगवान् शिवको समर्पित है॥६॥
- बिल्ववृक्षका दर्शन और उसका स्पर्श समस्त पापोंको नष्ट करनेवाला तथा शिवापराधका संहार करनेवाला है। यह बिल्वपत्र भगवान् शिवको समर्पित है॥७॥
- बिल्वपत्रका मूलभाग ब्रह्मरूप, मध्यभाग विष्णुरूप एवं अग्रभाग शिवरूप है, ऐसा बिल्वपत्र भगवान् शिवको समर्पित है॥८॥
- जो भगवान्शिवके समीप इस पुण्य प्रदान करनेवाले “बिल्वाष्टक”का पाठ करता है, वह समस्त पापोंसे मुक्त होकर अन्तमें शिवलोकको प्राप्त करता है॥९॥॥
बिल्वाष्टक सम्पूर्ण
Shiva Bilvashtakam Lyrics in English – शिव बिल्वाष्टक
Tridalam Trigunakaram Trintram Cha Triyayudham |
Trijanma Papasanharam ऎkabilvam Shivarpanam ||1||
Trishakhaih Bilvapatraishcha Hyachchidraih Komalaih Shubhaih
Tavavapujam Karishhyami Ekabilvam Shivarpanam ||2||
Akhanda Bilvapatrena Pujite Nandikeshvare |
Shuddhyanti Sarvapapebhyo Hyekabilvam Shivarpanam ||3||
Shaligrama Shilamekam Vipranam Jatu Charpayet |
Somayajna Mahapunyam Ekabilvam Shivarpanam ||4||
Dantikoti Sahasrani Vajapeya Shatani Cha |
Kotikanya Mahadanam Ekabilvam Shivarpanam ||5||
Lakshnyastanuta Utpannam Mahadevasya Cha Priyam |
Bilvavriksham Prayachchhami Hyekabilvam Shivarpanam ||6||
Darshanam Bilvavrikshasya Sparshanam Papanashanam |
Aghorapapasanharam Ekabilvam Shivarpanam ||7||
Mulato Brahmarupaya Madhyato Vishnurupine |
Agratah Shivarupaya Hyekabilvam Shivarpanam ||8||
Shiva Bilvashtakam with English Meaning
- I offer Bilva leaves to Shiva. This leaf symbolizes the three gunas Sattva, Raja and Tama. This leaf is like three eyes: sun, moon and fire. It’s like three guns. It is the destroyer of the sins of the last three births. I worship Shiva with Bilva leaves.
- I will worship Lord Shiva with a bilvapatra without holes, soft, three-leafed, auspicious. I dedicate this Bilvapatra to Lord Shiva.
- I offer Bilva leaves to Shiva. I completed the puja for Nandikeshwar with Bilva Patra, and thus be free from sin.
- I offer Bilva leaves to Shiva. this leaf is smooth and flawless. It is complete in itself. It is like three branches. I worship Shiva with Bilva leaves.
- The offering of Bilva is greater in power than yagnas and sacrifices.
- The Bilva tree was made by Goddess Lakshmi. Lord Shiva is very attached to the Bilva tree. I worship Shiva with Bilva leaves.
- The mere sight and touch of the tree of Bilva leaves destroys the sins. I worship Lord Shiva with such sin-destroying bilva leaves.
- Brahma resides in the root of Bilva Patra. Vishnu is seated in the central part And Shiva himself is seated in the foreground. I worship Lord Shiva with Bilva Patra.
अंतिम बात :
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