दोस्तों क्या आप “महादेव का तीसरा नंदी अवतार” के बारेमे जानना चाहते हे ? क्या आप भगवन शिव के अवतार के बारेमे जानना चाहते हे? तो आप सही आर्टिकल पढ़ रहे हो । आपसे अनुरोध है की कुछ समय दे कर पुरे लेख को अच्छी तरह से पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके।
भगवान शंकर सभी जीवों का प्रतिनिधित्व करते हैं। भगवान शंकर का नंदीश्वर अवतार भी इसी बात का अनुसरण करते हुए सभी जीवों से प्रेम का संदेश देता है।
नंदी (बैल) कर्म का प्रतीक है, जिसका अर्थ है कर्म ही जीवन का मूल मंत्र है। भगवान शिव का यह अवतार संदेश देता है कि मनुष्य को सभी जीवों से प्रेम करना चाहिए।
1 | Veerabhadra Avatar of Lord Shiva | महादेव का प्रथम अवतार | वीरभद्र अवतार |
2 | Piplaad Avatar of Lord Shiva | महादेव का द्वितीय अवतार | पिप्पलाद अवतार |
3 | Nandi Avatar of Lord Shiva | महादेव का तृतीय अवतार | नंदी अवतार |
4 | Bhairava Avatar of Lord Shiva | महादेव का चौथा अवतार | भैरव अवतार |
5 | Ashwatthama Avatar of Lord Shiva | महादेव का पाँचवाँ अवतार | अश्वत्थामा अवतार |
6 | Sharabha Avatar of Lord Shiva | महादेव का छठा अवतार | शरभावतार |
7 | Grihapati avatar of Lord Shiva | महादेव का सातवाँ अवतार | गृहपति अवतार |
8 | Durvasa avatar of Lord Shiva | महादेव का आठवाँ अवतार | ऋषि दुर्वासा |
9 | Hanuman Avatar of Lord Shiva | महादेव का नोवाँ अवतार | हनुमान अवतार |
10 | Rishabha Avatar of Lord Shiva | महादेव का दसवाँ अवतार | वृषभ अवतार |
11 | Yatinath Avatar of Lord Shiva | महादेव का ग्यारहवाँ अवतार | यतिनाथ अवतार |
12 | Krishna Darshan Avatar of Lord Shiva | महादेव का बारहवाँ अवतार | कृष्णदर्शन अवतार |
13 | Avadhut Avatar of Lord Shiva | महादेव का तेरहवाँ अवतार | अवधूत अवतार |
14 | Bhikshuvarya Avatar of Lord Shiva | महादेव का चौदहवाँ अवतार | भिक्षुवर्य अवतार |
15 | Sureshwar Avatar of Lord Shiva | महादेव का पंद्रहवाँ अवतार | सुरेश्वर अवतार |
16 | Keerat Avatar of Lord Shiva | महादेव का सोलहवाँ अवतार | किरात अवतार |
17 | Brahmachari avatar of Lord Shiva | महादेव का सत्रहवाँ अवतार | ब्रह्मचारी अवतार |
18 | Sunatnartak avatar of Lord Shiva | महादेव का अठारहवाँ अवतार | सुनटनर्तक अवतार |
19 | Yaksheshwar Avatar of Lord Shiva | महादेव का उन्नीसवाँ अवतार | यक्ष अवतार |
नंदी अवतार कथा
भगवान शिव के १९ अवतार मेसे तीसरा अवतार नंदी हैं | आपने शिवालय में नंदी तो देखा ही होगा वह नंदी भगवान शिव का ही एक अवतार हैं | यह अवतार शिलाद मुनि की संतान के रूप में धरती पर प्रकट हुए थे |
शिलाद मुनि कथा
यह कथा शिलाद मुनि के बारमे हैं | शिलाद निरंतर योग तप आदि में व्यस्त रहने के कारण गृहस्थाश्रम नहीं अपनाना चाहते थे | शिलाद मुनि ब्रह्मचारी हो जाने के कारण उनका वंश समाप्त होता देख उनके पितृऔ ने अपनी चिंता शिलाद मुनि को व्यक्त की।
तब शिलाद मुनि ने संतान की प्राप्ति हेतु इंद्र देव को तप से प्रसन्न किया और जन्म और मृत्यु से हीन पुत्र का वरदान माँगा। इंद्र ने इसमें असर्मथता प्रकट की तथा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कहा।
भगवान शिव ने दिया शिलाद को वरदान
तब शिलाद ने कठोर तपस्या कर महादेव को प्रसन्न किया| भगवान ने प्रसन्न हो कर वरदान मांगने को कहा तब शिलाद मुनि ने जन्म और मृत्यु से हीन पुत्र का वरदान माँगा। तब भगवान शिव ने स्वयं शिलाद के पुत्र के रूप में प्रकट होने का वरदान दिया।
एक दिन शिलाद भूमि जोत रहा था तभी उन्हें एक बालक मिला। शिलाद ने उसका नाम नंदी रखा। शिलाद मुनि ने अपने पुत्र नंदी को सारे वेदो का ज्ञान दिया |
महादेव का द्रितीय अवतार पिप्पलाद | Lord Shiva Piplaad avtar
एक दिन शिलाद मुनि के आश्रम में मित्र और वरुण नाम के दो मुनि आगे | शिलाद मुनि ने उनके आश्रम में आसरा दिया और नंदी ने आपने पिता की आज्ञा के अनुशार उनकी अच्छे से सेवा की | यह देख मित्र और वरुण मुनिऔ ने शिलाद मुनि को लंबी आयु का वरदान दिया परन्तु उनके पुत्र नंदी को आशीर्वाद नहीं दिए |
यह देख शिलाद मुनि ने मुनिऔ को पूछा “आपने मेरे पुत्र को आशर्वाद नहीं दिए ?’तब मित्र और वरुण मुनि ने बताया आपका पुत्र नंदी अल्पआयु हे | हम लंबी आयु आशर्वाद नंदी को नथी दे सकते |
नंदी ने किया भगवान् शिव का ध्यान : नंदी अवतार
शिलाद मुनि यह सुनकर चिंतित हो गए और नंदी को भगवान शिव की तपस्या करने की आज्ञा दी | नंदी को जब यह ज्ञात हुआ तो उसने महादेव की आराधना की और मृत्यु को जीतने के लिए वन में चले गए। वन में उसने भगवन शिव का ध्यान किया। भगवान शिव नंदी की तपस्या से प्रसन्न हुए और दर्शन दिए |
महादेव का चौथा अवतार : काल भैरव | Lord Shiva avtar Kaal bhairav
जब महादेव नंदी के समक्ष प्रकट हुए और महादेव को देखा तब नंदी मन्त्रमुक्त हो गए| और नंदी ने महादेव से कहा” में हर समय आपके सानिध्य में ही रहना चाहता हु ” तब महादेव ने कहा वत्स नंदी! तुम मृत्यु के भय से मुक्त, अजर-अमर और अदु:खी हो। मेरे अनुग्रह से तुम्हे जन्म और मृत्यु किसी से भय नहीं होगा।
FAQs for Nandi avatar
पुराणों के अनुसार वे शिव के वाहन तथा अवतार भी हैं
नंदी (Nandi) के रुप में भी भोलेनाथ ने लिया था तीसरा अवतार
निष्कर्ष
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